मुझे अपने आस पास के सभी महिला मित्रों को हैप्पी वोमेन्स डे कहना है । लेकिन मुझे आप सबों से ईर्ष्या भी होती रहती है समय समय पर लेकिन उससे ज्यादा सहानुभूति भी रखता हूं (शायद नहीं रखनी चाहिए).
कैसा लगता होगा जब हम देर शाम हम लड़के घूमते रहते है और आपको घर जल्दी जाना होता है, कैसा लगता होगा जब हम लड़के बस/ट्रेन में नींद आते ही पसर जाते है और आप नींद आते हुए भी न सो सके ,कैसा लगता होगा जब कोई छुए तो आपके मन मे कई भावनाये आती होंगी. कैसा लगता होगा जब भाई को कही जाने की परमिशन मिल जाती होगी और आपको घंटो मिन्नतें करनी पड़ती होगी। अब pseudo-intellectual वाली बातें खत्म करता हूं क्योंकि कुछ जानने वाले इसको फ़िल्मी बातों से जोड़ के मुझ पर ठिठोली करेंगे। वैसे मेट्रो और बस में रिजर्व्ड सीट का समर्थन मैं भी नहीं करता 😂.
कैसा लगता होगा जब हम देर शाम हम लड़के घूमते रहते है और आपको घर जल्दी जाना होता है, कैसा लगता होगा जब हम लड़के बस/ट्रेन में नींद आते ही पसर जाते है और आप नींद आते हुए भी न सो सके ,कैसा लगता होगा जब कोई छुए तो आपके मन मे कई भावनाये आती होंगी. कैसा लगता होगा जब भाई को कही जाने की परमिशन मिल जाती होगी और आपको घंटो मिन्नतें करनी पड़ती होगी। अब pseudo-intellectual वाली बातें खत्म करता हूं क्योंकि कुछ जानने वाले इसको फ़िल्मी बातों से जोड़ के मुझ पर ठिठोली करेंगे। वैसे मेट्रो और बस में रिजर्व्ड सीट का समर्थन मैं भी नहीं करता 😂.


